Sunday, 22 October 2017

When did the train start in India?

When did the train start in India?

History of Indian Railways

First train in Mumbai between Mumbai and Thane Date and date 16 April 1853. This 35 km journey was strongly launched. The train of 14 coaches with the engine of steam was off between Mumbai and Thane.

The network of Indian Railways is more than 64 thousand 15 km. Some 15 thousand trains run on this network There are more than 6 thousand stations on this network. Nearly 2 million people travel daily through trains every day.
The Indian Railways network is the fourth largest network in the world after US, Russia and China.Yes, it is definitely that these three countries are a few or far ahead of India in terms of technology, but Indian Railways are not even nineteen of them, there are only twenty.

The first train in India was run in 1853, while in China, after 23 years i.e. in 1876 When India became independent, the total length of rail network in India was 53,596 km, while China's railway network was only 27,000 km.

In these 65 years of independence, only 10,000 km in India or it has been increased only, while China has gone far ahead of India with a rail network of 78,000 km and its rail network is spreading more than India. is. He has put a rail line up to the typical Tibet


Indian railway headquarter and establishment day

Thursday, 12 October 2017

Digital Millennium Copyright Act

DMCA Introduction?

Digital Millennium Copyright Act(डिजिटल मैलेनियम कॉपोर्रिस एक्ट ऑफ़ 1998):-

कॉपीराइट कार्यालय सारांश परिचय
डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट (डीएमसीए) 1 द्वारा कानून में हस्ताक्षर किए गए थे
राष्ट्रपति क्लिंटन 28 अक्टूबर, 1 99 8 को
बौद्धिक संपदा संगठन (डब्लूआईपीओ) संधियों: डब्ल्यूआईपीओ कॉपीराइट संधि और
डब्ल्यूआईपीओ प्रदर्शन और फोनोग्राम संधि डीएमसीए भी एक को संबोधित करता है
अन्य महत्वपूर्ण कॉपीराइट-संबंधित मुद्दों की संख्या
डीएमसीए पांच शीर्षकों में विभाजित है:

Sunday, 8 October 2017

Binomial theorem(द्विपद प्रमेय)

द्विपदीय प्रमेय इतिहास

प्रमेय के विशेष मामलों को पहले की अवधि से जाना जाता था। चौथी शताब्दी बीसी ग्रीक वैज्ञानिक ज्यामितीय ने प्रमेय के विशेष मामले का उल्लेख दो के लिए किया। इस बात का सबूत है कि क्यूब्स के प्रमेय को भारत गणराज्य में छठी शताब्दी से जाना जाता था।

द्विगुणित गुणांक, संश्लेषक मात्रा के रूप में, जो कि न के बाहर k वस्तुओं को चुनने की राशि को व्यक्त करते हैं, पारंपरिक हिंदुओं के लिए रुचि के थे। इस संयोजन के नकारात्मक पहलू के बारे में सबसे पहले ज्ञात ज्ञात है कि हिंदू लेखक पिंगला (200 ई.पू.) द्वारा चन्दशेष, जिसमें इसके उत्तर के लिए एक तकनीक है। 230 दसवीं शताब्दी ईस्वी से टीकाकार हल्युधा इस पद्धति का दुराचार बताते हैं कि क्या है वर्तमान में पास्कल त्रिकोण कहा जाता है। छठी शताब्दी के ए.ड. द्वारा, हिंदू गणितज्ञों को संभवत: एक अंश के रूप में विशिष्ट रूप से पता था। (एन - कश्मीर)! कश्मीर! }}}, और इस नियम का एक पारदर्शी बयान, भास्कर द्वारा 12 वीं सदी के पाठ लिलावती के भीतर मिलेगा।

 11 वीं सदी के फ़ारसी वैज्ञानिक अल करजी के काम में और इसके प्रमेय को मिलेगा, यूएन एजेंसी ने द्विपद गुणांक के त्रिकोणीय पैटर्न को चित्रित किया है। उन्होंने प्रत्येक प्रमेय और पास्कल के त्रिकोण का प्रमाण प्रदान किया, जिसमें गणितीय आयन की एक प्राचीन शैली को नियोजित किया गया।  फ़ारसी लेखक और वैज्ञानिक कवि उच्च क्रम में सूत्र के साथ घर पर होने की संभावना रखते थे, हालांकि उनके कई गणितीय कार्य वर्ग माप खो गए थे। थोड़ी सी डिग्री के द्विवार्षिक विस्तार, तेरहवीं शताब्दी के गणित के शासन नियमों और इसके अलावा चु शि-चीह के नाम से जाना जाता था।  नियम हू, जिया Hsian के पहले ग्यारहवीं शताब्दी के पाठ से इस तरह की रणनीति का श्रेय देता है, यद्यपि उन लेखन वर्गों को वर्तमान में अतिरिक्त खो दिया गया है।

1544 में, माइकल स्टीफेल ने शब्द "द्विपद गुणांक" की शुरुआत की और उन्हें (एक + ए) एन} (1 + ए) ^ (एक + ए) एन - एक} (1 + ए के संदर्भ में) का उपयोग करने का एक तरीका दिखाया ) ^}, "पास्कल के त्रिभुज" के माध्यम से। बलाइस पास्कल ने लिखित सामग्री ट्रेटीड डु त्रिकोण अरिथेटिक (1653) के भीतर नाम त्रिकोण का व्यापक अध्ययन किया। हालांकि, संख्याओं का पैटर्न देर से पुनर्जागरण के ईसीयू गणितज्ञों को पहले से ही जाना जाता था, साथ में स्टिफ़ेल, निकोलो फोंटाना टारटाग्लिया और साइमन स्टीवन भी शामिल थे।

Thursday, 5 October 2017

चन्द्रशेखर आजाद भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम

Chandrashekar azad.bmp.jpg
चन्द्रशेखर आजाद पार्कइलाहाबादभारत में चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा
उपनाम :'आजाद','पण्डित जी','बलराज' व 'Quick Silver'
जन्मस्थल :भाबरा गाँव (चन्द्र्शेखर आज़ादनगर)
(वर्तमान अलीराजपुर जिला)
मृत्युस्थल:चन्द्रशेखर आजाद पार्कइलाहाबादउत्तर प्रदेश
आन्दोलन:भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम
प्रमुख संगठन:हिदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसियेशन-के प्रमुख सेनापति (१९२८)

चन्द्रशेखर आजाद

   पण्डित चन्द्रशेखर 'आजाद' (२३ जुलाई १९०६ - २७ फ़रवरी १९३१) ऐतिहासिक दृष्टि से भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल व सरदार भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे। सन् १९२२ में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे क्रान्तिकारी गतिविधियों से जुड़ कर हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसियेशन के सक्रिय सदस्य बन गये। इस संस्था के माध्यम से उन्होंने राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में पहले ९ अगस्त १९२५ को काकोरी काण्ड किया और फरार हो गये। इसके पश्चात् सन् १९२७ में 'बिस्मिल' के साथ ४ प्रमुख साथियों के बलिदान के बाद उन्होंने उत्तर भारत की सभी क्रान्तिकारी पार्टियों को मिलाकर एक करते हुए हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन ऐसोसियेशन का गठन किया तथा भगत सिंह के साथ लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला सॉण्डर्स का हत्या करके लिया एवं दिल्ली पहुँच कर असेम्बली बम काण्ड को अंजाम दिया।

Monday, 2 October 2017

झाँसी
—  नगर  —
View of झाँसी, भारत
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देशFlag of India.svg भारत
राज्यउत्तर प्रदेश
जनसंख्या
• घनत्व
17 लाख (2001 तक )
• 348 /कि.मी. (901 /वर्ग मी.)
क्षेत्रफल
• ऊँचाई (AMSL)
5,024 कि.मी²• 285 मीटर (935 फी॰)

इतिहास

९ वी शताब्दी मै, झॉसी का राज्य खजुराहो के राजपूत चन्देल वंश के राजाओं के अन्तर्गत आया। कृत्रिम जलाशय एवं पहाडी क्षेत्र के वास्तुशिल्पिय खन्डहर शायद इसी काल के है। चन्देल वंश के बाद उनके सेवक खन्गार ने इस क्षेत्र का कार्यभार सम्भाला। समीप स्थित "करार" का किला इसी वशं के राजाओं ने बनवाया था।
  
१४ वी शताब्दि के निकट बुन्देला विन्ध्याचल छेत्र से नीचे मैदानी छेत्र मे आना प्रारम्भ किया और धीरे - धीरे सारे मैदानी छेत्र मै फ़ैल गये जिसे आज बुन्देलखन्ड के नाम से जाना जाता है। झॉसी किले का निर्माण ओर्छा के राजा बीर सिह देव द्वारा करवाया गया था। किव्दन्ति है कि ओर्छा के राजा बीर सिह देव नेदूर् से पहाड़ी पर छाया देखी जिसे बुन्देली भाषा मे "झॉई सी" बोला गया, इसी शब्द् के अप्भ्रन्श् से शहर का नाम पडा।
   

Shocho Kaise Bane : मनोविज्ञान

Shocho Kaise Bane : मनोविज्ञान: मनोविज्ञान:-   मनोविज्ञान (Psychology) वह शैक्षिक व अनुप्रयोगात्मक विद्या है जो प्राणी (मनुष्य, पशु आदि) के मानसिक प्रक्रियाओं (mental pro...

मनोविज्ञान

मनोविज्ञान:-  मनोविज्ञान (Psychology) वह शैक्षिक व अनुप्रयोगात्मक विद्या है जो प्राणी (मनुष्य, पशु आदि) के मानसिक प्रक्रियाओं (mental processes), अनुभवों तथा व्यक्त व अव्यक्त दाेनाें प्रकार के व्यवहाराें का एक क्रमबद्ध तथा वैज्ञानिक अध्ययन करती है।[1] दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जो क्रमबद्ध रूप से (systematically) प्रेक्षणीय व्यवहार (observable behaviour) का अध्ययन करता है तथा प्राणी के भीतर के मानसिक एवं दैहिक प्रक्रियाओं जैसे - चिन्तन, भाव आदि तथा वातावरण की घटनाओं के साथ उनका संबंध जोड़कर अध्ययन करता है। इस परिप्रेक्ष्य में मनोविज्ञान को व्यवहार एवं मानसिक प्रक्रियाओं के अध्ययन का विज्ञान कहा गया है। 'व्यवहार' में मानव व्यवहार तथा पशु व्यवहार दोनों ही सम्मिलित होते हैं। मानसिक प्रक्रियाओं के अन्तर्गत संवेदन (Sensation), अवधान (attention), प्रत्यक्षण (Perception), सीखना (अधिगम), स्मृति, चिन्तन आदि आते हैं।

कर्ता-प्रेक्षक प्रभाव (Actor-observer effect) : स्वयं अपने अनुभव या व्यवहार के लिए (कर्ता) और दूसरे व्यक्ति (प्रेक्षक) के उसी अनुभव या व्यवहार के लिए अलग-अलग गुणारोपण करने की प्रवृत्ति।

Shocho Kaise Bane : BODMAS Rule

Shocho Kaise Bane : BODMAS Rule: BODMAS Rule Easy and simple way to remember  BODMAS  rule !! B  →   B rackets first (parentheses) O   →  O f   (orders i.e. Power...

BODMAS Rule

BODMAS Rule

Easy and simple way to remember BODMAS rule!!
B → Brackets first (parentheses)
O → Of (orders i.e. Powers and Square Roots, Cube Roots, etc.)
DM  Division and Multiplication (start from left to right)
AS → Addition and Subtraction (start from left to right)

Shocho Kaise Bane : Hello Banda

Shocho Kaise Bane : Hello Banda: Country India State Uttar Pradesh Administrative division Chitrakoot Headquarters Banda Government  •  Lok Sabha constituencies Ba...

Shocho Kaise Bane : एवरेस्ट पर्वत

Shocho Kaise Bane : एवरेस्ट पर्वत: एवरेस्ट पर्वत सागरमाथा काला पत्थर, नेपाल से एवरेस्ट पर्वत का दृश्य। ऊँचाई 8,850-मीटर (29,035 फुट) प्रथम उदग्रता 8,848 मी. (29,029 फ...

Shocho Kaise Bane : G.K Tips

Shocho Kaise Bane : G.K Tips:   G.K Tips 1. विश्व का सबसे अमीर देश स्विटजरलैंड है। 2. सऊदी अरब मेँ एक भी नदी नही है। 3. विश्व का सबसे दानी आदमी अमेरिका का राकफ...

Shocho Kaise Bane : आर्य सन्देश

Shocho Kaise Bane : आर्य सन्देश: क्या अकबर महान था? भारत में प्रचलित इतिहास के लेखक मुग़ल सल्तनत के सभी शासकों के मध्य अकबर को विशिष्ट स्थान देते हुए अकबर "महान&quot...

Shocho Kaise Bane : G.K Tips

Shocho Kaise Bane : G.K Tips:   G.K Tips 1. विश्व का सबसे अमीर देश स्विटजरलैंड है। 2. सऊदी अरब मेँ एक भी नदी नही है। 3. विश्व का सबसे दानी आदमी अमेरिका का राकफ...

जानकारी

जानकारी


1. विश्व का सबसे अमीर देश स्विटजरलैंड है।
2.
सऊदी अरब मेँ एक भी नदी नही है।
3.
विश्व का सबसे दानी आदमी अमेरिका का राकफेलर है जिसने अपने जीवन मेँ सार्वजनिक हित के लिए 75 अरब रुपए दान मेँ दे दिए।
4.
सबसे महँगी वस्तु यूरेनियम है।
5.
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया मेँ आयार्स नामक पहाडी
प्रतिदिन अपना रंग बदलती है।
6.
विश्व मेँ रविवार की छुट्टी 1843 से शुरु हुई थी।
7.
सारे संसार मेँ कुल मिलाकर 2792 भाषाएँ हैं।
8.
फ्रांस ऐसा देश है जहां मच्छर नहीं होते हैं।
9.
दक्षिण अफ्रिक में कोबरा नामक वृक्ष के पास इंसान के जाते ही उसकी डालियाँ उसे जकड लेती है और तब तक नही छोड़ती जब तक वो प्राण ना त्याग दे
10.
नार्वे देश में सूरज आधी रात में चमकता हैं।
..............

आर्य सन्देश

क्या अकबर महान था?
भारत में प्रचलित इतिहास के लेखक मुग़ल सल्तनत के सभी शासकों के मध्य अकबर को विशिष्ट स्थान देते हुए अकबर "महान" के नाम से सम्बोधित करते हैं। किसी भी हस्ती को "महान" बताने के लिए उसका जीवन, उसका आचरण महान लोगों के जैसा होना चाहिए। अकबर के जीवन के एक आध पहलु जैसे दीन-ए-इलाही मत चलाना, हिन्दुओं से कर आदि हटाना को ये लेखक बढ़ा चढ़ाकर बताने में कोई कसर नहीं छोड़ते मगर अकबर के जीवन के अनेक ऐसे पहलु है जिनसे भारतीय जनमानस का परिचय नहीं हैं। इस लेख के माध्यम से हम अकबर के महान होने की समीक्षा करेंगे।

व्यक्तिगत जीवन में महान अकबर

कई इतिहासकार अकबर को सबसे सुन्दर आदमी घोषित करते हैं । विन्सेंट स्मिथ इस सुंदरता का वर्णन यूँ करते हैं-

अकबर एक औसत दर्जे की लम्बाई का था । उसके बाएं पैर में लंगड़ापन था । उसका सिर अपने दायें कंधे की तरफ झुका रहता था। उसकी नाक छोटी थी जिसकी हड्डी बाहर को निकली हुई थी। उसके नाक के नथुने ऐसे दीखते थे जैसे वो गुस्से में हो। आधे मटर के दाने के बराबर एक मस्सा उसके होंठ और नथुनों को मिलाता था। वह गहरे रंग का था।”

G.K Tips

 G.K Tips


1. विश्व का सबसे अमीर देश स्विटजरलैंड है।
2. सऊदी अरब मेँ एक भी नदी नही है।
3. विश्व का सबसे दानी आदमी अमेरिका का राकफेलर है जिसने अपने जीवन मेँ सार्वजनिक हित के लिए 75 अरब रुपए दान मेँ दे दिए।
4. सबसे महँगी वस्तु यूरेनियम है।
5. दक्षिण ऑस्ट्रेलिया मेँ आयार्स नामक पहाडी
प्रतिदिन अपना रंग बदलती है।
6. विश्व मेँ रविवार की छुट्टी 1843 से शुरु हुई थी।
7. सारे संसार मेँ कुल मिलाकर 2792 भाषाएँ हैं। 
8. फ्रांस ऐसा देश है जहां मच्छर नहीं होते हैं।
9. दक्षिण अफ्रिक में कोबरा नामक वृक्ष के पास इंसान के जाते ही उसकी डालियाँ उसे जकड लेती है और तब तक नही छोड़ती जब तक वो प्राण ना त्याग दे ।
10. नार्वे देश में सूरज आधी रात में चमकता हैं।

एवरेस्ट पर्वत


एवरेस्ट पर्वत
सागरमाथा

काला पत्थर, नेपाल से एवरेस्ट पर्वत का दृश्य।
ऊँचाई8,850-मीटर (29,035 फुट)
प्रथम
उदग्रता8,848 मी. (29,029 फुट)
Notice special definition for Everest.
सूचीयनसात शिखर
आठ हज़ारी
Country high point
चरम
स्थिति
एवरेस्ट पर्वत सागरमाथा is located in नेपाल
एवरेस्ट पर्वत
सागरमाथा
नेपाल-तिब्बत सीमा पर नेपाल के अन्दर अवस्थिति
स्थितिनेपाल सोलुखुंबु, सागरमाथा, नेपाल
शृंखलामहालांगुर हिमल, हिमालय
निर्देशांक
27°59′17″N 86°55′31″E

एवरेस्ट पर्वत:-

एवरेस्ट पर्वत (नेपाली:सागरमाथा, संस्कृत: देवगिरि) दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है, जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है। पहले इसे XV के नाम से जाना जाता था। माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई उस समय 29,002 फीट या 8,840 मीटर मापी गई। वैज्ञानिक सर्वेक्षणों में कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 से॰मी॰ के हिसाब से बढ़ रही है। नेपाल में इसे स्थानीय लोग सागरमाथा (अर्थात स्वर्ग का शीर्ष) नाम से जानते हैं, जो नाम नेपाल के इतिहासविद बाबुराम आचार्य ने सन् 1930 के दशक में रखा था - आकाश का भाल। तिब्बत में इसे सदियों से चोमोलंगमा अर्थात पर्वतों की रानी के नाम से जाना जाता है।

सर्वे ऑफ नेपाल द्वारा प्रकाशित, (1:50,000 के स्केल पर 57 मैप सेट में से 50वां मैप) “फर्स्ट जॉईन्ट इन्सपेक्सन सर्वे सन् 1979-80, नेपाल-चीन सीमा के मुख्य पाठ्य के साथ अटैच” पृष्ठ पर ऊपर की ओर बीच में, लिखा है, सीमा रेखा, की पहचान की गई है जो चीन और नेपाल को अलग करते हैं, जो ठीक शिखर से होकर गुजरता है। यह यहाँ सीमा का काम करता है और चीन-नेपाल सीमा पर मुख्य हिमालयी जलसंभर विभाजित होकर दोनो तरफ बहता है।

Hello Banda



CountryIndia
StateUttar Pradesh
Administrative divisionChitrakoot
HeadquartersBanda
Government
 • Lok Sabha constituenciesBanda
Area
 • Total4,413 km2(1,704 sq mi)
Population (2011)
 • Total1,799,541
 • Density410/km2(1,100/sq mi)
Demographics
 • Literacy68.11 per cent
 • Sex ratio863

Banda History:-      In 1998, the tehsils of Karwi and Mau, formerly part of Banda District, became the new Chitrakoot District. Banda was a town and district of British India, in the Allahabad division of the United Provinces. The population in 1901 was 22,565. It was formerly, but is no longer, a military cantonment.

Languages

   Among Banda's languages are Bundeli, which has a lexical similarity of 72-91% with Hindi(compared to 60% for German and English)[6] and is spoken by about 7,800,000 people in Bundelkhand.


Economy[edit]

     It contains an area of 3,061 square miles (7,930 km2). In some parts it rises into irregular uplands and elevated plains, interspersed with detached rocks of granite; in others it sinks into marshy lowlands, which frequently remain under water during the rainy season. The sloping country on the bank of the Yamuna (previously called Jamuna)is full of ravines. To the south-east the Vindhya chain of hills takes its origin in a low range not exceeding 500 feet (150 m) in height, and forming a natural boundary of the district in that direction. The principal river of the district is the Yamuna, which flows from north-west to south-east, along the north-east boundary of the district, for 125 miles (201 km) The black soil of the district yields crops of which the principal are millet, other food-grains, pulse, rice, cotton and oil-seeds. Banda cotton enjoys a high repute in the market. A branch railway from Manikpur to Jhansi traverses the length of the district, which is also crossed by the East Indian main line to Jabalpur (earlier Jubbulpore)

Decision Making CSAT for HCS I UPSC